सामाजिक मुद्दे: देश की प्रगति में बाधा प्रस्तावना: सामाजिक मुद्दे किसी भी समाज के विकास में रुकावट उत्पन्न करते हैं। ये वे समस्याएँ हैं जो समाज के एक बड़े वर्ग को प्रभावित करती हैं और जिनका समाधान आवश्यक होता है। भारत जैसे विकासशील देश में कई प्रकार के सामाजिक मुद्दे आज भी मौजूद हैं, जो हमारी तरक्की की राह में रोड़ा बने हुए हैं। प्रमुख सामाजिक मुद्दे: गरीबी: आज भी करोड़ों लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। गरीबी शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण और रोजगार जैसे कई क्षेत्रों को प्रभावित करती है। बेरोज़गारी: युवाओं को शिक्षा तो मिल रही है, लेकिन योग्यता के अनुसार नौकरी नहीं मिल रही। इससे मानसिक तनाव और अपराध भी बढ़ रहे हैं। जातिवाद: जाति के आधार पर भेदभाव आज भी समाज में गहराई से मौजूद है। यह सामाजिक एकता को तोड़ता है और असमानता को बढ़ावा देता है। महिला असमानता: महिलाओं को आज भी कई जगहों पर शिक्षा, नौकरी और सम्मान का अधिकार समान रूप से नहीं मिलता। घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसे मुद्दे अब भी कायम हैं। बाल श्रम: गरीब बच्चों को शिक्षा की जगह काम करने के लिए मजबूर किया जाता है।...